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सवाल २० : किस उमर में मुरीद बनना चाहिए?
जवाब: नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हज़रत अब्दुल्लाह बिन ज़ुबैर रज़ियल्लाहु तआला 'अन्हा को सात साल की उम्र में बइअत फ़रमाया। बच्चे में जब शौर बेदार होने लगे तब से लेकर चालीस साल की उम्र तक मुरीद होने का अच्छा वक़्त है। अगर इन दिनों में अच्छी तरह मुजाहिदा करेगा तो जल्द कामयाब होगा। बुढ़ापे में अगर इस तरफ़ मुतवज्जोह हुआ तो ऐसे फ़रेब-उल-मर्ग को क्या हासिल हो सकता है, मगर फिर भी नेकियों के सबब से जन्नत में दरजात बुलंद होंगे। मतलब यह है कि जवानी की उम्र में ये काम बड़ी ख़ूबी से अंजाम पाता है। ख़ुदा तौफ़ीक़ दे तो पूरी हिम्मत इस तरफ़ मुतवज्जोह करे।
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